Detail Of Hamjaad Siddhi
Pages | 128 |
Language: | Hindi |
Product Code: | 1 |
Size(in cm): | 21*13.5 cm |
Weight(in grams): | 400(approx) |
Description:
संसार में जन्मे व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर स्थूल शरीर के साथ ही उसकी स्थूल छाया विलीन हो जाती है, परन्तु सूक्ष्म शरीर की सूक्ष्म छाया समाप्त नहीं होती। तान्त्रिकों के मतानुसार हिन्दी में सूक्ष्म-छाया को छाया-पुरुष तथा उर्दू में ‘हमजाद’ कसीफ, लतीफ, मादी और रूहानी कहते हैं। छाया-पुरुष सामान्य दृष्टि से दिखाई नहीं देता, परन्तु जिस प्रकार किसी प्राणी को वश में करके मनचाहा काम लिया जाता है, उसी प्रकार स्थूल के माध्यम से सूक्ष्मछाया को वशीभूत करके काम ले सकते हैं। प्रस्तुत पुस्तक में छाया-पुरुष की अनेक साधन विधियां सचित्र दी गई हैं।
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