Detail Of Surya Rekha
ISBN | 9788176812351 |
Pages | 88 |
Language: | Hindi |
Product Code: | 1 |
Size(in cm): | 21*13.5 cm |
Weight(in grams): | 300(approx) |
Description:
हथेली में किसी भी स्थान से उत्पन्न होकर अनामिका अंगुली के नीचे सूर्य क्षेत्र पर पहुँचने वाली रेखा को सूर्य रेखा कहा जाता है।प्राच्य सामुद्रिक शास्त्री इस रेखा की गणना ऊध्र्व रेखाओं की श्रेणी में करते हैं तथा इसे धन रेखा, धर्म रेखा, विद्या रेखा अथवा पुण्य रेखा के नाम से पुकारते हैं। उनके मत में इस रेखा द्वारा जातक के धन तथा धर्म के सम्बन्ध में विचार करना उचित है। परन्तु पाश्चात्य सामुद्रिकवेता इस रेखा द्वारा मुख्यतः जातक के यश, मान, प्रतिष्ठा, उन्नति एवं सफलताओं के विषय में विचार करना उचित समझते हैं। सूर्य रेखा तथा विशिष्ट रेखाओं के अध्येताओं के लिए यह खण्ड उपयोगी सिद्ध होगी।
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