Detail Of Sachitra Yogasan
Pages | 160 |
Language: | Hindi |
Product Code: | 1 |
Size(in cm): | 18*12 cm |
Weight(in grams): | 200(approx) |
Description:
प्रातः या सायं नियमित रूप से 5-10 मिनट योगासन करने से मनुष्य दीर्घकाल तक युवा बना रह सकता है। प्रस्तुत पुस्तक में अंकित चित्रों द्वारा सभी नर-नारी आसनों की क्रियाओं को स्वयं कर सकते हैं। मृत्यु को कोई नहीं रोक सकता, परन्तु प्राचीन भारतीय योगासनों के अभ्यास एवं संयमित खान-पान, आहार-विहार द्वारा पूरे एक सौ वर्ष तक सुन्दर, स्वस्थ व चुस्त रह सकते हैं। प्रस्तुत पुस्तक के प्रथम भाग अर्थात् 1 से 88 पृष्ठों मं स्त्री-पुरुषों के लिए योगासन, दूसरे भाग (पृष्ठ 89 से 94) में योगाभ्यास की महिमा, तीसरे भाग (95 से 103) में पन्द्रह मुद्राएँ, चैथे भाग (104 से 111) में प्राणायाम, पाँचवें भाग (112 से 114) में चक्रों का वर्णन एवं सूक्ष्म जानकारी, छठे भाग में (115 से 121) में कुंडलिनी योग, सातवें भाग (पृष्ठ 122 से 130) में रोग सम्बन्धी जानकारी, आठवें भाग (131 से 144) में सूर्य नमस्कार बारह मंत्र 9, 12 पेजों तथा गायत्री मंत्र अर्थ सहित नवें भाग, (145 से 160 तक) में कच्चा खाइए, पूर्ण निरोग रहिए (अपक्वाहार) का अनुसरण कर सदा जवान रह सकते हैं।
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